धारा 6 : रेस जेस्टे का सिद्वान्त या एक ही संव्यवहार के भाग होने वाले तथ्य | साक्ष्य विधि
हेल्लो दोस्तों, इस लेख में धारा 6 : तथ्य जो एक ही संव्यवहार के भाग है अथवा रेस जेस्टे का सिद्वान्त के बारें में जानेगें जो साक्ष्य विधि का अत्यंत महत्वपूर्ण…
हेल्लो दोस्तों, इस लेख में धारा 6 : तथ्य जो एक ही संव्यवहार के भाग है अथवा रेस जेस्टे का सिद्वान्त के बारें में जानेगें जो साक्ष्य विधि का अत्यंत महत्वपूर्ण…
हेल्लो दोस्तों, इस लेख में भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 4 : उपधारणा (Presumption) का उल्लेख किया गया है, इसके साथ ही धारा 4 के तहत उपधारणा कर सकेगा, उपधारणा करेगा एवं निश्चायक सबूत से क्या तात्पर्य है…
इस लेख में हम बात करेंगे साक्ष्य अधिनियम की धारा 32 (1) में वर्णित मृत्युकालिक कथन (Dying Declaration) की, जिसे भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अध्याय 2 (तथ्यों की सुसंगति के विषय…
हेल्लो दोस्तों, इस लेख में सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत ऋजु विचारण (फेयर ट्रायल/fair trial) क्या है एंव ऋजु विचारण (फेयर ट्रायल) को आपराधिक विधिशास्त्र की आत्मा क्यों कहा जाता है…
हेल्लो दोस्तों, इस लेख में सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 9 क्या है, सिविल प्रकृति के वाद से आप क्या समझते क्या है एंव क्या न्यायालय सभी सिविल वादों का परीक्षण…
नमस्कार दोस्तों, इस लेख में सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत प्राङ्न्याय का सिद्धान्त क्या है, प्राङ्न्याय के आवश्यक तत्त्वों एंव क्या प्राङ्न्याय का सिद्धान्त मध्यस्थ कार्यवाहियों एवं समझौता डिक्रियों पर लागू होता है के बारे में बताया गया…