हेल्लो दोस्तों, इस लेख में राज्य क्या है? इसका अर्थ, परिभाषा एंव राज्य के आवश्यक तत्वों का उल्लेख किया गया है| Definition of State & Elements of State क्या क्या है आदि को आसान शब्दों में समझाने का प्रयास किया गया है 

राज्य का अर्थ (Meaning of state)

सामान्य अर्थ में राज्य से आशय ऐसे राजनीतिक संगठन से है जो अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा, बाह्य एवं आन्तरिक सुरक्षा तथा सामाजिक उन्नति के लिए अस्तित्व में आता है।

विधिक दृष्टि से ‘राज्य’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम मेक्यावेली (Machiavelli) ने किया था| प्राचीन यूनान में राज्य’ नाम की कोई संस्था अस्तित्व में नहीं थी उस समय यूनानी विचारक राज्य के स्थान पर ‘पोलिटी’ शब्द का प्रयोग करते थे जिसका आशय ‘नगर या राज्य’ होता था|

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राज्य की परिभाषा (Definition of State)

विभिन्न विधिशास्त्रियों ने राज्य अनेक प्रकार से परिभाषित किया है| राज्य शब्द (State) लेटीन के ‘स्टेट्स’ (status) शब्द से लिया गया है| जिसका शाब्दिक अर्थ “Standing” अर्थात अस्तित्व में होना है यह शब्द ‘प्रास्थिति (Status)’ को प्रकट करता है।

प्रमुख विधिशास्त्रियों ने राज्य की परिभाषा इस प्रकार की है –

बोसांके (Bosanquel) – बोसांके (Bosanquel) के अनुसार राज्य समस्त जीवन की एक क्रियात्मक धारणा है।।

वुडरो विल्सन (Woodrow Wilson) – भूतपूर्व अमरीकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने राज्य को ‘एक निश्चित भू-भाग पर कानूनी रूप से संगठित किसी जन-समुदाय कहा हैं।

सर जॉन सामण्ड – सर जॉन सामण्ड के अनुसार राज्य या राजनीतिक समाज मनुष्यों का ऐसा संगठन है जो निश्चित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बनाया जाता है।

ह्यगो ग्रोशस – के अनुसार ‘राज्य’ मानव कल्याण के लिए निर्मित एक सामान्य जन समुदाय है|

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राज्य के आवश्यक तत्व (Elements of State)

राज्य की उपरोक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि राज्य के अस्तित्व में आने के लिए कुछ तत्वों (elements) का होना आवश्यक है जो निम्न है –

(1) जनसंख्या (Population)

मानव के बिना मानव-समुदाय का अस्तित्व असंभव है। अत: जनसंख्या के बिना राज्य का अस्तित्व हो ही नहीं सकता। अंत: राज्य के लिए मनुष्यों का संगठित समुदाय होना अत्यन्त आवश्यक है और राज्य के लिए यह आवश्यक है कि उसकी जनसंख्या पर्याप्त हो, अर्थात् वह कम से कम इतनी हो कि उसे शासक और शासित वर्ग में बांटा जा सके।

(2) भू-भाग (Territory)

राज्य के लिए एक निश्चित भू-भाग होना बहुत ही आवश्यक है। यह भू-भाग ऐसा होना चाहिये जहाँ कुछ लोग स्थायी रूप से रहते हों। राज्य के भू-भाग के क्षेत्रफल के सम्बन्ध में कोई निश्चित नियम नहीं बनाये जा सकते जिस कारण से राज्य छोटा या बड़ा भी हो सकता है।

(3) सरकार (Government)

राज्य के अस्तित्व के लिए सरकार का होना नितांत आवश्यक है क्योंकि सरकार एक ऐसी संस्था है जिसके माध्यम से राज्य अपने कार्यों को सम्पादित करता है। प्रजा को नियंत्रण में रखने के लिए राज्य द्वारा कानूनों का निर्माण किया जाता है तथा उन्हें लागू किया जाता है। सरकार का मुख्य कार्य यह है कि वह राज्य को बाह्य एवं आन्तरिक आक्रमणों से सुरक्षित रखे तथा समाज में शान्ति व्यवस्था बनाये रखे।

(4) सम्प्रभुता शक्ति (Sovereignty)

सम्प्रभुता का सामान्य अर्थ सर्वोच्चता होता है और प्रभुता-शक्ति राज्य का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। प्रभुता शक्ति ही राज्य के राजनीतिक अस्तित्व को निर्धारित करती है। यह इस बात को प्रकट करता है कि उसके अधीन व्यक्ति आज्ञापालक होंगे| प्रभुता-शक्ति से तात्पर्य राज्य की स्वाधीनता से है।

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